आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि केरल में 8 जून को मानसून का आगमन हुआ था। जिसके बाद मानसून काफी आहिस्ते-आहिस्ते चल रही है। यह समस्त राज्यों में विलंब से पहुँच रहा है। विशेष बात यह है, कि मानसून के आगमन के उपरांत भी अब तक बिहार समेत विभिन्न राज्यों में वर्षा समान्य से भी कम दर्ज की गई है। अब ऐसी स्थिति में सामान्य से कम बारिश होने से खरीफ फसलों की बिजाई पर प्रभाव पड़ सकता है। अगर मानसून के अंतर्गत समुचित गति नहीं आई, तो देश में महंगाई में इजाफा हो सकता है।
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2023-24 में इतने प्रतिशत महंगाई होने की संभावना
भारत में अब तक बारिश सामान्य से 53% प्रतिशत कम दर्ज की गई है। सामान्य तौर पर जुलाई माह से हरी सब्जियां महंगी हो जाती हैं। साथ ही, ब्रोकरेज फर्म ने फाइनेंसियल ईयर 2023-24 में महंगाई 5.2 प्रतिशत रहने का अंदाजा लगाया है। उधर रिजर्व बैंक ने कहा है, कि चालू वित्त वर्ष में महंगाई 5 प्रतिशत अथवा उससे कम भी हो सकती है।
चीनी की पैदावार में इस बार गिरावट देखने को मिली है
बतादें, कि भारत में सामन्यतः चीनी की पैदावार में विगत वर्ष की अपेक्षा कमी दर्ज की गई है। साथ ही, चावल की हालत भी ठीक नहीं है। इस्मा के अनुसार, चीनी की पैदावार 3.40 करोड़ टन से घटकर 3.28 करोड़ टन पर पहुंच चुकी है। साथ ही, यदि हम चावल की बात करें तो अलनीनो के कारण इसका क्षेत्रफल इस बार सिकुड़ सकता है। वर्षा कम होने के चलते किसान धान की बुवाई कम कर पाऐंगे, क्योंकि धान की फसल को काफी ज्यादा जल की आवश्यकता होती है। ऐसी स्थिति में धान की पैदावार में गिरावट आने से चावल महंगे हो जाएंगे, जिसका प्रभाव थोक एवं खुदरा बाजार में देखने को मिल सकता है।
मौसम विभाग की ओर से कोरापुट, नबरंगनगर और मलकानगिरी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जहां 24 घंटों के दौरान एक अथवा दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बरसात होने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के मुताबिक, विगत कुछ घंटों के दौरान ओडिशा के गंजम जनपद में 142.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है। वहीं, मयूरभंज में 132 मिलीमीटर बरसात हुई है। मौसम विशेषज्ञों ने तीन दिनों में राज्य में व्यापक वर्षा होने की संभावना व्यक्त की है। जानकारों की मानें तो बारिश से किसानों को काफी फायदा होगा। प्रदेश में विगत कुछ दिनों से भारी बारिश के उपरांत बारिश का प्रतिशत कम हुआ है। उम्मीद है, कि अगले तीन दिनों में व्यापक वर्षा से किसानों को फायदा होगा।
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भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना
इसके अतिरिक्त मौसम विभाग ने 9 सितंबर तक भारत के विभिन्न अन्य क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की भी भविष्यवाणी की है। आईएमडी (IMD) ने पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा है, कि विदर्भ के कुछ भागों में 6 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश और 7-9 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है। साथ ही, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गांगेय पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, पुडुचेरी, यनम के कुछ क्षेत्रों में आज बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में बारिश हो सकती है, जिसके चलते अधिकतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट देखी जा सकती है। इसके बाद ठंड का भी एहसास होगा।
यूपी में मौसम का क्या मिजाज रहेगा
मौसम विभाग के अनुसार 17-18 अक्टूबर तक उत्तर प्रदेश के लगभग 50 जिलों में गरज और चमक के साथ बूंदाबांदी से हल्की बारिश की आशंका है. वहीं रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल और बदायूं में गरज हल्की से मध्यम बारिश होने के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
मध्य प्रदेश में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार, मध्य प्रदेश के बहुत सारे जिलों में हल्की वर्षा होने की संभावना जताई है। वहीं, विगत 24 घंटों के दौरान राज्य के उज्जैन, ग्वालियर , चंबल एवं जबलपुर संभागों के जनपदों में कहीं-कहीं बारिश हुई है।
राजस्थान में फिर से बारिश की संभावना हैं। मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह के आखिर तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। राजस्थान के अधिकतर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।